उत्तर प्रदेश के वर्षा प्रभावित किसानों की मदद के लिए सरकार ने तत्परता दिखाई है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य सरकार से पीड़ित किसानों को 506 करोड़ रूपये वितरित करने को कहा है। दूसरी तरफ दिल्ली सरकार ने भी किसानों को मुआवज़े के लिए 36 करोड़ रूपये मंजूर किए हैं।
अकेले उत्तर प्रदेश में 100 किसानों की आत्महत्या के मामले सामने आने के बाद श्री सिंह ने राज्य का दौरा किया। प्राथमिक आंकलन के अनुसार बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से उत्तर प्रदेश के लगभग 55 ज़िले बुरी तरह प्रभावित हुये है।
केन्द्रीय मंत्री ने राहत सीधे किसानों को उपलब्ध करने में केंद्र सरकार की असमर्थता व्यक्त करते हुये कहा कि इसके लिए राज्य सरकार की सहायता की जरूरत है। उन्होने अन्य राज्य सरकारों से मुआवजा अदायगी के लिए हरियाणा सरकार के मॉडल को अपनाने का आग्रह किया। हरियाणा सरकार ने नष्ट हुई फसल की एवज में किसानों को 25000 रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा दिया है।
बारिश से फसल को नुकसान
मार्च और अप्रैल में हुई बेमौसम बरसात से उत्तर प्रदेश के अनेक जिलों में बड़े पैमाने पर रबी फसल नष्ट हुई है। जहां फरवरी और मार्च की बारिश ने गेहूं, सरसों और चने की खड़ी फसल को बर्बाद किया वहीं अप्रैल के शुरुआत से अनेक भागों में हो रही बारिश ने रबी फसलों कि कटाई-मड़ाई का काम बुरी तरह प्रभावित किया।
एक तरफ पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश बेमौसम बरसात से बुरी तरह से प्रभावित हुये, दूसरी ओर पहाड़ों पर व्यापक रूप में वर्षा हो रही है जिससे जम्मू व कश्मीर में सेब सहित अन्य फल उत्पादक अभी भी प्रकृति की मार झेल रहे हैं।