[Hindi] देश के अधिकांश हिस्सों में बारिश से फसलों को फायदा

March 7, 2016 3:29 PM | Skymet Weather Team

उत्तर-पश्चिम भारत में बीते 2-3 दिनों के दौरान जबकि मध्य भारत के हिस्सों में बीते 7-10 दिनों के दौरान अच्छी बारिश की गतिविधियां देखने को मिली हैं। अब बारिश पूर्वी राज्यों की ओर पहुँच गई है। पूर्वी भारत में बीते 24 से 36 घंटों में अधिकांश स्थानों पर बारिश दर्ज की गई। पूर्वोत्तर राज्यों में भी कुछ स्थानों पर बारिश की गतिविधियां जारी रहीं।

रविवार को जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर बर्फबारी देखने को मिली। गुलमर्ग और पहलगाम जैसे ऊंचे भागों पर बर्फबारी से सैलानियों के लिए नज़ारा बेहतरीन हो गया। पंजाब और हरियाणा के उत्तरी भागों में एक-दो स्थानों पर गरज के साथ बौछारें दर्ज की गईं। उत्तर भारत में बीते 24 घंटों के दौरान हुई बारिश के आंकड़े नीचे दी गई सारणी में हैं:

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

मध्य, पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश

मध्य प्रदेश के पूर्वी और मध्य भागों, छत्तीसगढ़, उत्तरी ओड़ीशा, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें दर्ज की गईं। मध्य प्रदेश में एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि की भी खबर है। पूर्वोत्तर राज्यों में असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा देखने को मिली।

मध्य, पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों के प्रमुख भागों में बीते 24 घंटों के दौरान दर्ज की गई बारिश के आंकड़े निम्नलिखित हैं :

 

 

 

 

 

 

देश के अधिकांश भागों में हुई बारिश की इन गतिविधियों से रबी फसलों को फायदा होगा। हालांकि अभी भी कई जगहों पर फसलों को सींचने की आवश्यकता हो सकती है। जहां बारिश से देश के अधिकांश भागों में फसलों को फायदा हुआ वहीं मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ भागों में ओला पड़ने से फसलों को नुकसान भी पहुंचा है। हालांकि यह कहा जा सकता है कि लाभ अधिक और नुकसान कम हुआ है अतः स्थिति नियंत्रण में मानी जा सकती है।

अब अनुमान है कि अगले 48 घंटों तक मध्य भारत और पूर्वी राज्यों में बारिश बनी रहेगी। संभावना है कि 9 मार्च से इन दोनों क्षेत्रों में वर्षा कम हो जाएगी। फिलहाल 8 मार्च को पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओड़ीशा के कुछ भागों और झारखंड में बारिश होने के आसार हैं। पूर्वोत्तर राज्यों में अगले कुछ दिनों तक वर्षा बनी रहेगी।

Image Credit: agrodaily

 

 

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