Updated on 08 June, 2017, 11:15 PM मंदसौर हिंसा: किसानों की मौत पुलिस फायरिंग से हुई
मंदसौर सहित मध्य प्रदेश के कई इलाकों में किसानों का आंदोलन हिंसक हो गया है। मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार जून की शुरुआत से जारी इस हिंसा में अब तक 6 लोगों की मौत हो गई है जबकि कई लोग घायल हुए हैं। गौरतलब है कि किसान अपनी फसलों के लिए सही दाम सहित अनेक मांगों को लेकर 1 जून से आंदोलन कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने मंदसौर, देवास, नीमच, धार और इंदौर सहित कई इलाकों में लूटपाट, आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव किया है। हिंसक घटनाएँ गुरुवार को भी जारी हैं। मंदसौर में एक टोल प्लाज़ा में तोड़फोड़ और वहां से 8-10 रुपए की लूट की खबर है। मंदसौर के एसपी और कलक्टर का तबादला कर दिया गया है। ओपी श्रीवास्तव को नए कलक्टर की जबकि मनोज सिंह को पुलिस अधीक्षक, एसपी की ज़िम्मेदारी दी गई है।
[yuzo_related]
प्रदर्शनकरियों ने हिंसा में पुलिस के वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान अग्निसमन सेवा की गाड़ियां और कई दोपहिया वाहन भी आग की भेंट चढ़ गए।
इस बीच मध्य प्रदेश के आई जी कानून-व्यवस्था ने यह स्वीकार किया है कि मंदसौर में आंदोलन के समय बिगड़ती स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने फायरिंग की। आईजी मकरंद देवसकर ने बुधवार की शाम को पत्रकारों से बातचीत में कहा की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि पुलिस ने फायरिंग की थी। हालांकि उन्होंने फायरिंग किन परिस्थितियों में की यह बताने से इंकार कर दिया।
आकाशवाणी से प्रसारित समाचार के अनुसार हिंसाग्रस्त मंदसौर जिले में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से आग्रह किया है कि वह शांति बनाए रखें। सरकार उनसे बातचीत के लिए हमेशा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने मध्य प्रदेश कृषि लागत और विपणन आयोग गठित करने का फैसला किया है।